Tuesday, November 18, 2008

YAADEIN


1: सोचा पल-पल उसे,तड़पते हुए दिल ने,
याद आए हर बार वो,बिछडे ख्वाबो के भवर में,
साथ रहते तो क्या चला जाता उस खुदा क्या ??
क्या इतनी सी खुशी नही थी मेरे नसीब में?
२: न कर खुदा तू मुझको उस से बेगाना इतना,
न कर खुदा तू मुझको उस से बेगाना इतना,
जो रो पडू इतना की अश्क न बचे आंखों में............
३: हुए हे फना तेरी याद में जिस तरह ,
कट जाए दिन हमारे देख राह जिस तरह,
आँखे भी सुख चुकी ना अश्क बह सके,
न ख़बर थी हमें की जुदा होंगे कुछ इस तरह........
4: gham ke aalam me tujhe yaad kiya karte he,
jindagi jaise zeher ka kadwa ghoot pite he,
pyaar agar dhoka he to iss dhoke me q jeena he,
fir bhi tadapne ke liye log pyaar kiya karte he.....................
5: छोड़ा हे तुमने मुझे इसके बाद कोई सज़ा न देना,
छोड़ा हे तुमने मुझे इसके बाद कोई सज़ा न देना,
देना चाहो तो शौक से दे दो मौत,
मगर ग़म-ऐ-यादो की बहार न देना.................
6: यादें तड़पा रही हे उसकी इस कदर की ,
यादें तड़पा रही हे उसकी इस कदर की ,
मानो मौत मिल रही हो मुझे किश्तों में............
7: आसान नही होता हे किसी को दिल से निकलना,
जब यादों में जो बस जाया करते हे,
मुश्किल होता हे भूलना उन्हें,
जो दिल में बस जाया करते हे....

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